RBSE Solutions for Class 9 Social Science Chapter 12 भारत का भौतिक स्वरूप are part of RBSE Solutions for Class 9 Social Science. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 9 Social Science Chapter 12 भारत का भौतिक स्वरूप.
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 9 |
Subject | Social Science |
Chapter | Chapter 12 |
Chapter Name | भारत का भौतिक स्वरूप |
Number of Questions Solved | 58 |
Category | RBSE Solutions |
Rajasthan Board RBSE Class 9 Social Science Chapter 12 भारत का भौतिक स्वरूप
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के मध्य से गुजरने वाली रेखा है
(अ) कर्क रेखा
(ब) मध्य रेखा
(स) विषुवत् रेखा
(द) मकर रेखा
उत्तर:
(अ) कर्क रेखा
प्रश्न 2.
उत्तरी पर्वतीय प्रदेश किसका भाग है
(अ) अरावली का
(ब) पामीर गांठ का
(स) आरमीनिया गांठ का
(द) कैलाश पर्वत का
उत्तर:
(ब) पामीर गांठ का
प्रश्न 3.
भारत का सबसे घना बसा भौतिक विभाग है
(अ) मध्यवर्ती विशाल मैदान
(ब) थार मरुस्थल
(स) दक्षिण पठार
(द) तीनों ही गलत हैं
उत्तर:
(अ) मध्यवर्ती विशाल मैदान
प्रश्न 4.
भारत का दक्षिणतम बिन्दु इन्दिरा पाइंट स्थित है
(अ) अण्डमान में
(ब) निकोबार में
(स) लक्षद्वीप में
(द) मिनीकॉय में
उत्तर:
(ब) निकोबार में
प्रश्न 5.
क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का भारत में स्थान
(अ) पहला
(ब) दूसरा
(स) तीसरा
(द) पाँचवाँ
उत्तर:
(अ) पहला
प्रश्न 6.
राजस्थान का सबसे छोटा जिला है
(अ) करौली
(ब) डूंगरपुर
(स) धौलपुर
(द) सीकर
उत्तर:
(स) धौलपुर
प्रश्न 7.
नीलगिरि वे हिमालय के मध्य सर्वोच्च चोटी है
(अ) गुरुशिखर
(ब) सेर
(स) महाबलेश्वर
(द) अचलगढ़
उत्तर:
(अ) गुरुशिखर
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
ढांढ़ किसे कहते हैं ? अथवा रन क्या है ?
उत्तर:
थार के मरुस्थल में बालू के टीलों के मध्य वर्षा का जल भर जाने से निर्मित अस्थाई झील ढांढ़ अथवा रन कहलाती है।
प्रश्न 2.
भारत का सर्वाधिक घना बसा भू-भाग कौन-सा है ?
उत्तर:
उत्तर का विशाल मैदान भारत का सर्वाधिक घना बसा भू-भाग है।
प्रश्न 3.
भाबर कहाँ मिलते हैं ?
उत्तर:
शिवालिक के पर्वतपदीय क्षेत्र में सतलज नदी से तीस्ता नदी के बीच भाबर का विस्तार है।
प्रश्न 4.
मर्ग कहाँ मिलते हैं ?
उत्तर:
लघु हिमालय के निम्न ढालों पर मर्ग मिलते हैं।
प्रश्न 5.
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल कितना है ?
उत्तर:
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किमी.
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम बताइए।
उत्तर:
हिमालय के तीन प्रमुख विभाग-
- वृहत् हिमालय
- लघु हिमालय
- उप हिमालय हैं
प्रश्न 2.
दक्षिण के पठार का महत्व बताइए।
उत्तर:
दक्षिण का पठार खनिजों के प्रचुर भण्डार के साथ-साथ काली मृदी का क्षेत्र है जिसके कारण इस पठारी क्षेत्र में कपास का उत्पादन होता है। यहाँ सागवान, शीशम व चन्दन के बहुमूल्य मानसूनी वन मिलते हैं। नदियों में जल-प्रपात मिलते हैं जो जल-विद्युत उत्पादन का आधार हैं। साथ ही पंचमढ़ी, महाबलेश्वर व उड्गमण्डम (ऊँटी) जैसे पर्यटन स्थल भी यहाँ अवस्थित हैं।
प्रश्न 3.
भारत के पूर्वी व पश्चिमी घाट में क्या अन्तर है ?
अन्तर:
भारत के पूर्वी घाट व पश्चिमी घाट में निम्न अन्तर है-
प्रश्न 4.
भारत के उन द्वीपों के नाम बताइए जो प्रवाह से बने हैं?
उत्तर:
भारत के प्रवाह से बने द्वीपों में मुख्यतः न्युमूरे द्वीप, श्री हरिकोटा द्वीप, पाम्बन द्वीप, हेयर द्वीप, पारिकुद द्वीप आदि शामिल हैं।
प्रश्न 5.
पश्चिमी राजस्थान के मरुस्थलीय प्रदेश की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
पश्चिमी राजस्थान के मरुस्थलीय प्रदेश की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
- राजस्थान के इस भाग का निर्माण जलवायु परिवर्तन से हुआ है।
- यहाँ तेज हवाएँ बालुका स्तूपों एवं रेत के टीलों का निर्माण करती हैं।
- इस मरुस्थलीय प्रदेश में टीलों/बालुका स्तूपों के बीच वर्षा का जल भर जाने से अस्थायी झीलें बन जाती हैं।
- इस प्रदेश में खारे पानी की झीलें-सांभर, डीडवाना, लूणकरणसर, पंचपदरा आदि पायी जाती हैं।
- प्राचीन समय में यह नदी प्रवाहित क्षेत्र था जिसके अवशेष सरस्वती नदी के रूप में मिले हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत को भौतिक विभागों में बाँटिए। किसी एक का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत के विशाल स्वरूप के कारण यहाँ भौगोलिक भिन्नताओं का मिलना स्वाभाविक है। भारत में कहीं पर्वत
है तो कहीं पठार, कहीं मैदान हैं तो कहीं मरुस्थल, कहीं समुद्रतट हैं तो कहीं द्वीपीय भाग। इन सभी भौतिक भिन्नताओं के आधार पर भारत को निम्न भौतिक विभागों (प्रदेशों) में बाँटा गया है-
- उत्तरी पर्वतीय प्रदेश
- उत्तर का विशाल मैदान
- थार का मरुस्थल
- प्रायद्वीपीय पठार
- समुद्र तटीय मैदान के द्वीप समूह
इन सभी भौतिक विभागों में से एक भौतिक विभाग के रूप में उत्तर के विशाल मैदानी क्षेत्र का वर्णन निम्नलिखित है
उत्तर का विशाल मैदान
मैदान की उत्पत्ति-उत्तर के विशाल मैदान की उत्पत्ति इसके हिमालय पर्वतीय प्रदेश व प्रायद्वीपीय पठारी भाग के मध्य स्थित होने के कारण हुई है। हिमालय से निकलने वाली नदियाँ पठारी भाग की ओर ढाल के कारण प्रवाहित होती हैं तथा अपने साथ विविध प्रकार के अवसाद लेकर आती हैं। इन अवसादों के निरन्तर जमाव से ही उत्तर को मैदान बना है।
विस्तार – उत्तर का विशाल मैदान 2400 किमी. लम्बाई व 150-480 किमी. की चौड़ाई के साथ 7 लाख वर्ग किमी. में फैला हुआ है जो पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल व झारखण्ड में विस्तारित है। भौगोलिक आधार पर इसे निम्न भागों में बाँटा जा सकता है
- भाबर प्रदेश – यह शिवालिक के पर्वतपदीय क्षेत्र में सतलज नदी से तिस्ता नदी तक 8-16 किमी चौड़ी पट्टी के रूप में फैला हुआ है। इस भाग में मंद ढाल के कारण चट्टानी टुकड़े एकत्रित हो जाने से नदियाँ भूमिगत हो जाती हैं।
- तराई प्रदेश – भाबर के दक्षिण में मैदान का वह भाग जहाँ भाबर प्रदेश का भूमिगत जल पुनः धरातल पर प्रकट हो जाता है। सामान्यतः दलदल युक्त ये क्षेत्र कांस व हाथी घास के क्षेत्र होते हैं।
- बांगर प्रदेश – प्राचीन तलछट से निर्मित ऊँचा मैदानी भाग जहाँ नदियों के बाढ़ का पानी नहीं पहुँचता। ऐसे क्षेत्र उत्तर प्रदेश के उत्तरी-पश्चिमी भाग व उत्तराखण्ड में हैं।
- खादर प्रदेश – नवीन तलछट व कांप के निचले मैदान जहाँ प्रतिवर्ष बाढ़ का पानी पहुँचता है, जिससे नवीन मृदा का जमाव होता है। ऐसे क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखण्ड व बिहार में हैं।
प्रश्न 2.
उत्तरी पर्वतीय प्रदेश का विस्तार से विवरण दीजिए।
उत्तर:
उत्तरी पर्वतीय प्रदेश का विस्तृत विवरण निम्नानुसार है-स्थिति-यह प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में हिमालय पर्वत के रूप में फैला हुआ है। विस्तार-उत्तरी पर्वतीय प्रदेश 2500 किमी. लम्बाई, 250400 किमी. चौड़ाई व 5 लाख वर्ग किमी. क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे मुख्य रूप से निम्न भागों में बाँटा गया है-
- वृहत् हिमालय
- लघु हिमालय
- उप-हिमालय।
1. वृहत् हिमालय – यह हिमालय का सबसे उत्तरी भाग है। जिसे मुख्य हिमालय, हिमाद्रि के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तर-पश्चिम में सिन्धु नदी के मोड़ से लेकर पूर्व में ब्रह्मपुत्र नदी के मोड़ तक चापाकार आकृति में 2500 किमी. में फैला हुआ है। इस भाग में चोटियों की औसत ऊँचाई 6000 मीटर पाई जाती है। विश्व की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट व भारत की सर्वोच्च चोटी कंचनजंघा भी इसी भाग में है। इसी भाग में जोजिला, शिपकीला, माना व नीति दरें पाये जाते हैं।
2. लघु हिमालय – वृहत् हिमालय के दक्षिण में स्थित इस भाग को मध्य हिमालय या हिमाचल हिमालय भी कहा जाता है। इसकी औसत ऊँचाई 3000 मीटर है। पीरपंजाल व धौलाधर इसकी मुख्य श्रेणियाँ हैं। यहाँ अनेक पर्यटन स्थल मिलते हैं। इस भाग में उच्च ढालों पर कोणधारी वन व निम्न ढालों पर घास क्षेत्र पाये जाते हैं जिन्हें मर्ग कहते हैं। यथा-गुलमर्ग, सोनमर्ग आदि।
3. उप हिमालय – हिमालय की दक्षिणी श्रेणी को शिवालिक श्रेणी भी कहते हैं। जो पोटवार बेसिन से कोसी नदी तक फैली हुई है। जम्मू पहाड़ियाँ, गिरी, मिशमी, अबोर, डाफला पहाड़ियाँ इसी का अंग हैं। मध्यवर्ती भाग में हिमालय व शिवालिक के बीच मिलने वाले नदियों की मिट्टी व बालू निर्मित ऊँचे घाटी के मैदानों को पूर्व में द्वार व पश्चिम में दून कहते हैं।
प्रश्न 3.
दक्षिण पठार के महत्व व विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
दक्षिण पठार का महत्व व विशेषताएँ निम्नानुसार दक्षिण के पठार का महत्व-इसमें प्रचुर मात्रा में खनिज मिलते हैं। काली मिट्टी की प्रधानता कपास उत्पादन के लिए लाभदायक रहती है। यहाँ मानसूनी वनों में सागवान, शीशम व चंदन के वृक्ष मिलते हैं। नदियाँ जल प्रपातों का निर्माण करती हैं जिनसे जल-विद्युत उत्पादित की जाती है। अनेक पर्यटन स्थल भी मिलने से यह मनोरंजन का केन्द्र व अर्थव्यवस्था हेतु लाभकारी है। विशेषताएँ
- यह प्राचीन कालीन लावा निर्मित भाग है।
- यह एक दृढ़ भू-भाग है।
- इसका ढाल पूर्व की ओर है।
- इसकी अधिकांश नदियाँ पूर्व की ओर बहती हैं।
- इसे नदियों द्वारा जगह-जगह से काट दिया गया है।
प्रश्न 4.
राजस्थान को भौतिक विभागों में बाँटते हुए किसी एक का विस्तार से वर्णन करिए।
उत्तर:
राजस्थान मरु, मेरु व माल की भूमि है। इसमें गोंडवाना लैण्ड के अवशेषों के साथ टेथिस महासागर के अवशेष भी मिलते हैं। रज्यि के भौतिक स्वरूपों की संरचना, अनाच्छादन व जल प्रवाह के आधार पर राजस्थान को निम्न भागों में बाँटा गया है
- पश्चिमी मरुस्थलीय प्रदेश
- अर्द्ध-शुष्क प्रदेश
- अरावली प्रदेश
- पूर्वी मैदानी प्रदेश
- दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश
अरावली प्रदेश का वर्णन-यह दिल्ली से गुजरात के पालनपुर कस्बे में खेड़ब्रह्मा तक 692 किमी. लम्बाई में फैली हुई है। यह विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रेणी है। इसकी ऊँचाई उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ती जाती है। माउंट आबू (सिरोही) में इसकी सर्वोच्च चोटी गुरुशिखर मिलती है जो 1722 मी. ऊँची है। अंग्रेज इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने इसे संतों का शिखर कहा था। यह हिमालय व नीलगिरी के बीच सबसे ऊँची चोटी है। इसे उत्तरी-पूर्वी पहाड़ी, मध्य अरावली, मेवाड़ की पहाड़ियाँ व भोराट के पठार तथा आबू पर्वत खण्ड में बाँटा गया है।
आंकिक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के मानचित्र में प्रमुख भौतिक विभाग दिखाएँ।
उत्तर:
भारत के प्रमुख भौतिक प्रदेश को अग्रानुसार दर्शाया गया है
प्रश्न 2.
भारत की प्रमुख ऊँची पर्वत चोटियों को मानचित्र में दर्शाएँ।
उत्तर:
भारत की प्रमुख ऊँची पर्वत चोटियाँ अग्रानुसार हैं
प्रश्न 3.
राजस्थान के मानचित्र में इसके भौतिक विभाग बनाइए।
उत्तर:
राजस्थान के भौतिक विभाग निम्न हैं
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के दक्षिण में कौन-सा महासागर स्थित है
(अ) प्रशान्त महासागर
(ब) अटलांटिक महासागर
(स) आर्कटिक महासागर
(द) हिन्द महासागर
उत्तर:
(द) हिन्द महासागर
प्रश्न 2.
कर्क रेखा भारत के कितने राज्यों से गुजरती है
(अ) 7 राज्यों से
(ब) 8 राज्यों से
(स) 9 राज्यों से
(द) 10 राज्यों से
उत्तर:
(ब) 8 राज्यों से
प्रश्न 3.
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला कौन थी
(अ) संतोष यादव
(ब) बछेन्द्री पाल
(स) पी. टी. ऊषा
(द) कर्णम मल्लेश्वरी।
उत्तर:
(ब) बछेन्द्री पाल
प्रश्न 4.
पश्चिमी घाट की सबसे ऊँची चोटी कौन-सी है
(अ) सह्याद्रि
(ब) बाबाबूदन
(स) बालाघाट
(द) अनाईमुडी
उत्तर:
(द) अनाईमुडी
प्रश्न 5.
विश्व की प्राचीनतम पर्वतमाला कौन-सी है
(अ) हिमालय
(ब) एंडीज
(स) एटलस
(द) अनाईमुडी।
उत्तर:
(द) अनाईमुडी
प्रश्न 6.
कर्नल जेम्स टॉड ने संतों का शिखर किसे कहा है
(अ) गुरुशिखर को
(ब) माउंट एवरेस्ट को
(स) सेर को
(द) जरगा को।
उत्तर:
(अ) गुरुशिखर को
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत का नाम इण्डिया क्यों पड़ा ?
उत्तर:
रोम एवं यूनानियों द्वारा भारत के उत्तरी भाग में प्रवाहित होने वाली सिन्धु नदी को क्रमशः इण्डस व इण्डोस कहा जाता था। कालान्तर में इण्डस के बहने का स्थान होने से यह इण्डिया कहलाया।
प्रश्न 2.
भारत का अक्षांशीय व देशान्तरीय विस्तार बताइए।
उत्तर:
भारत का अक्षांशीय विस्तार 8°4′ से 37°6′ उत्तरी अक्षांश जबकि देशान्तरीय विस्तार 68°7′ से 97°25′ पूर्वी देशान्तर के बीच मिलता है।
प्रश्न 3.
कर्क रेखा भारत के कौन-कौन से राज्यों से गुजरती है ?
उत्तर:
कर्क रेखा गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम राज्यों से गुजरती है।
प्रश्न 4.
भारत के पड़ोसी देश कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
भारत के पड़ोसी देशों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार, श्रीलंका व बांग्लादेश को शामिल किया जाता है।
प्रश्न 5.
भारत को उपमहाद्वीप क्यों कहा जाता है ?
उत्तर:
भारत के विशाल क्षेत्रफल, सघन जनसंख्या, विविधता युक्त भौतिक स्वरूप, मानवीय एवं सांस्कृतिक विविधताओं की भूमि होने के कारण इसे उपमहाद्वीप कहा जाता है।
प्रश्न 6.
हिमालय की उत्पत्ति कैसे हुई ?
उत्तर:
प्राचीन काल में हिमालय की जगह टेथिस भू-सन्नति का विस्तार था। जिसमें जमी अवसाद भूगर्भिक हलचलों के कारण मोड़दार स्वरूप में बदल गए एवं इनके ऊपर उठ जाने से हिमालय का निर्माण हुआ।
प्रश्न 7.
उत्तर का विशाल मैदान किन-किन राज्यों में फैला हुआ है ?
उत्तर:
यह मैदानी भाग पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल व झारखंड राज्यों में फैला हुआ है।
प्रश्न 8.
जल प्रपात किसे कहते हैं ?
उत्तर:
धरातलीय भाग में प्रवाहित जल धरातलीय उच्चावच के अनुसार बहता है। इसे जलं का तीव्र ढाल के सहारे ऊँचाई से नीचे गिरना ही जल प्रपात कहलाती है।
प्रश्न 9.
राजस्थान की सबसे लम्बी व सबसे छोटी अन्तर्राज्यीय सीमा किसके साथ लगती है ?
उत्तर:
राजस्थान की सबसे लम्बी अन्तर्राज्यीय सीमा दक्षिण-पूर्व में स्थित मध्य प्रदेश राज्य के साथ (1600 किमी.) व सबसे छोटी अन्तर्राज्यीय सीमा पंजाब के साथ (89 किमी.) लगती है।
प्रश्न 10.
रेडक्लिफ रेखा क्या है ?
उत्तर:
राजस्थान की पश्चिम सीमा के सहारे पाकिस्तान के साथ जो सीमा बनती है उसे रेडक्लिफ रेखा कहते हैं। यह 1070 किमी. में श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर व बाड़मेर जिलों के सहारे फैली हुई है।
प्रश्न 11.
क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान के सबसे बड़े व सबसे छोटे जिले को नाम बताइए।
उत्तर:
राजस्थान में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा जिला जैसलमेर (38401 वर्ग किमी.) जबकि सबसे छोटा जिला धौलपुर (3033 वर्ग किमी.) है।
प्रश्न 12.
राजस्थान के संभागों के नाम लिखिए।
उत्तर:
1. जयपुर,
2. उदयपुर,
3. जोधपुर,
4. बीकानेर,
5. कोटा,
6. अजमेर
7. भरतपुर
प्रश्न 13.
टेथिस सागर के अवशेषों के रूप में राजस्थान में कौन-सी झीलें मिलती हैं ?
उत्तर:
राजस्थान के पश्चिमी भाग में वर्तमान में भी टेथिस सागर के अवशेषों के रूप में सांभर, डीडवाना, पंचपदरा, लूणकरणसर आदि खारे पानी की झीलें मिलती हैं।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत को हिन्दुस्तान क्यों कहा गया है ?
उत्तर:
ईरानियों ने सिन्धु नदी के तटीय भाग वे उसके समीप के भाग को हिन्दु की संज्ञा दी थी। वास्तव में ईरानी शाब्दिक अपभ्रंश के कारण ‘स’ को ‘ह’ बोलते थे। इसी कारण सिन्धु की जगह हिन्दु व सिन्धु के बहने के स्थान अर्थात् सिन्धु-स्थान की जगह हिन्दुस्थान कहा गया। इसलिए भारत को हिन्दुस्तान कहा जाता है।
प्रश्न 2.
भारत की प्रामाणिक समय रेखा किसे व क्यों माना गया है ?
उत्तर:
भारत की प्रामाणिक समय रेखा 82°30′ पूर्वी देशान्तर रेखा को माना गया है। इसे प्रामाणिक समय रेखा मानने का मुख्य कारण इसका भारत के पूर्व से पश्चिम में विस्तार का मध्य बिन्दु (स्थिति) होना है। इसके अतिरिक्त दूसरा कारण 75° पूर्वी देशान्तर से 90° पूर्वी देशान्तर का अन्तर्राष्ट्रीय समय क्षेत्र भारत के मध्य में पड़ता है। अतः 75° पूर्वी व 90° पूर्वी देशान्तरों के बीच की संख्या 82°30′ पूर्वी देशान्तर होती है।
प्रश्न 3.
भारत को राजनीतिक दृष्टि से कौन-कौन से भागों में बाँटा गया है? नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत को राजनीतिक दृष्टि से निम्न दो भागों में बाँटा गया है
1. राज्य – जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान व मध्य प्रदेश।
2. केन्द्र – शासित प्रदेश-दिल्ली, चंडीगढ़, दमन व दीव, दादरा नगर हवेली, लक्षद्वीप, पांडिचेरी (पुद्दुचेरी) व अण्डमान व निकोबार द्वीप समूह।
प्रश्न 4.
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र से निकलने वाली मुख्य नदियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वतीय से निकलने वाली नदियों में मुख्यत: सिन्धु नदी, सतलज नदी, गंगा नदी, यमुना नदी, घाघरा नदी, गंडक नदी, कोसी नदी, ब्रह्मपुत्र नदी, झेलम नदी, चिनाब नदी, काली नदी व राम गंगा नदियों को शामिल किया जाता है।
प्रश्न 5.
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र में मिलने वाले प्रमुख पर्यटन स्थलों के नाम लिखिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वतीय क्षेत्र भारतीय पर्यटन का घर है। जिसमें अनेक धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन के केन्द्र हैं। यथा-गंगोत्री, यमुनोत्री, शिमला, मसूरी, नैनीताल, दार्जिलिंग, रानीखेत, गुलमर्ग, सोनमर्ग, देहरादून, केदारनाथ, बद्रीनाथ, श्रीनगर, वूलर झील, मानसरोवर झील व अमरनाथ आदि।
प्रश्न 6.
उत्तर का विशाल मैदान एक सघन बसा हुआ क्षेत्र है, क्यों?
उत्तर:
उत्तर के विशाल मैदान में सघन बसाव हेतु उत्तरदायी कारक निम्न हैं-
- यह मैदान नवीन कांप या जलोढ़ मिट्टी का बना है जो अत्यधिक उपजाऊ है।
- इस मैदानी भाग में नदियों का जाल बिछा होने से सिंचाई की पर्याप्त सुलभता है।
- इस भाग में समतल भू-आकृति होने के कारण यहाँ सड़क एवं रेलमार्गों का अधिक वितरण मिलता है।
- इस मैदानी भाग में अनेक धार्मिक, व्यापारिक, व औद्योगिक क्षेत्र स्थित हैं। जिन्होंने लोगों को आकर्षित किया है।
प्रश्न 7.
भाबर एवं तराई प्रदेश में क्या अन्तर है?
उत्तर:
भाबर एवं तराई प्रदेश के अन्तर को निम्न प्रकार से समझा जा सकता है-
प्रश्न 8.
पूर्वी एवं पश्चिमी तटीय समुद्री मैदान की तुलना कीजिए।
उत्तर:
पूर्वी एवं पश्चिमी तटीय समुद्री मैदानों की तुलना अग्र बिन्दुओं के रूप में की जा सकती है-
प्रश्न 9.
प्रशासनिक दृष्टि से राजस्थान को कितने जिलों में बाँटा गया है ? नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रशासनिक दृष्टि से राजस्थान को 33 जिलों में बाँटा गया है, जिनमें- अलवर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, टोंक, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, जालोर, नागौर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, सीकर, झुंझुनूं, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर एवं जोधपुर शामिल हैं।
प्रश्न 10.
अरावली पर्वत श्रृंखला राजस्थान की विभाजक रेखा कहलाती है। क्यों?
उत्तर:
अरावली पर्वत श्रृंखला को राजस्थान की विभाजक रेखा कहने के निम्न कारण हैं
- यह राजस्थान की जलवायु को अलग अलग भागों में बाँट देती है। पश्चिम की ओर जहाँ शुष्क व अर्द्धशुष्क जलवायु मिलती है वहीं पूर्व की ओर उपाई और आर्द्र जलवायु मिलती है।
- पश्चिम में वार्षिक वर्षा का औसत कम पाया जाता है वहीं पूर्व की ओर बढ़ने पर वर्षा के औसत में वृद्धि होती जाती है।
- पश्चिमी भाग न्यून जनघनत्व को दर्शाता है जबकि पूर्वी भाग उच्च जनघनत्व को।
- पश्चिमी भाग में नदियाँ कम मिलती हैं। जबकि पूर्वी भाग में अधिक नदियाँ पायी जाती हैं।
प्रश्न 11.
हिमालय पर्वत के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत का महत्व अत्यधिक व्यापक है जो निम्न बिन्दुओं के रूप में वर्णित किया गया है
- हिमालय पर्वत भारत एवं चीन के बीच प्राकृतिक सीमा का निर्धारण करता है।
- भारत के उत्तरी भाग में स्थित होने के कारण यह साइबेरिया से आने वाली ठण्डी हवाओं को रोक कर यह हमारी रक्षा करता है।
- इस पर्वतीय भाग से अनेक नदियाँ निकलती हैं जो कृषि को आधार प्रदान करती हैं।
- हिमालय में अनेक धार्मिक एवं पर्यटन केन्द्र हैं जो मनोरंजन प्रदान करते हैं।
- इस पर्वतीय भाग में अनेक प्रकार की औषधियाँ एवं वनस्पतियाँ पायी जाती हैं।
- भारत में ग्रीष्म कालीन मानसून इसी भाग से टकराकर भारत में वर्षा करता है। यदि यह पर्वत नहीं होता तो वर्षण संभव नहीं हो पाता।
- इस पर्वतीय प्रदेश में विभिन्न प्रकार के फलों, कंदमूलों एवं चाय की कृषि हेतु उत्तम दशाएँ उपलब्ध होने से लोगों को रोजगार मिलता है।
प्रश्न 12.
बांगर और खादर प्रदेश में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
बांगर एवं खादर प्रदेश के अन्तरों को अग्र तालिका द्वारा स्पष्ट किया गया है
प्रश्न 13.
राजस्थान के पूर्वी मैदानी क्षेत्र की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
राजस्थान के पूर्वी मैदानी प्रदेश की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- इस मैदानी भाग का निर्माण चम्बल, बनास एवं माही नदियों द्वारा हुआ है।
- यह राजस्थान के पूर्वी भाग में लगभग 23.3 प्रतिशत भाग पर फैला हुआ है।
- इसी मैदानी भाग में राजस्थान की सर्वाधिक जनसंख्या निवास करती है।
- इस मैदानी भाग का चम्बल बेसिन अपनी उत्खात स्थलाकृति के कारण चम्बल के बीहड़ों के रूप में प्रसिद्ध है।
- राजस्थान के सर्वाधिक जनघनत्व वाले जिले इसी भाग में हैं।
- राजस्थान का यह मैदान कृषि के दृष्टिकोण से एक उन्नत क्षेत्र है।
प्रश्न 14.
थार के मरुस्थल (पश्चिमी मरुस्थलीय प्रदेश) की उत्पत्ति एवं विस्तार का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उत्पत्ति-थार के मरुस्थलीय क्षेत्र की उत्पत्ति प्राचीन टेथिस महासागर के स्थान पर हुई है। यहाँ पहले टेथिस महासागर था किन्तु कालान्तर में इस महासागर में विवर्तनिकी घटनाओं के कारण इसके सूख जाने से यहाँ थार के मरुस्थल की उत्पत्ति हुई। थार के मरुस्थल का विस्तार-थार को मरुस्थलीय क्षेत्र अरावली पर्वत श्रृंखला के पश्चिम में राजस्थान की पश्चिमी सीमा पाकिस्तान तक फैला हुआ है। इसमें राजस्थान के 12 जिले सम्मिलित हैं। यह लगभग 150 से 380 मीटर तक ऊँचा है, जबकि 640 किमी. लम्बा व 160 किमी. चौड़ाई में फैला हुआ है जिसके द्वारा 1,75,000 वर्ग किमी. क्षेत्र घेरा गया है। यह राजस्थान के कुल क्षेत्रफल के 61% भाग पर फैला हुआ है।
प्रश्न 15.
राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पठारी प्रदेश को हाड़ौती के पठार के नाम से भी जाना जाता है जो मुख्यतः कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिलों में फैला हुआ है। इस प्रदेश में काली मृदा की अधिकता पायी जाती है। यह राजस्थान के लगभग 9.6% भू-भाग पर फैला हुआ है। इसी पठार में भैंसरोड़गढ़ से बिजौलिया के बीच ऊपरमाल का पठार मिलता है। साथ ही मेवाड़ का पठार भी इसी का अंग है। यह पठार आगे चलकर मालवा के पठार में मिल जाता है। चम्बल इस पठारी भाग की मुख्य नदी है। इसी नदी पर भैंसरोड़गढ़ के समीप चूलिया जल प्रपात स्थित है। इस पठारी भाग में पत्थर की बाहुल्यता मिलती है। कोटा स्टोन के रूप में यहाँ का पत्थर सम्पूर्ण भारत में प्रसिद्ध है।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के समुद्रतटीय मैदानी प्रदेशों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत के समुद्रतटीय मैदानी प्रदेशों के महत्व को निम्न बिन्दुओं में स्पष्ट किया जा सकता है-
- समुद्र तटीय मैदानी प्रदेश अनेक सुविधाओं के कारण सघन जनसंख्या के क्षेत्र हैं।
- इन समुद्र तटीय भागों के सहारे अनेक बन्दरगाह पाये जाते हैं जिनके द्वारा व्यापारिक क्रियाओं को बढ़ावा मिला है।
- तटों के सहारे ही अनेक झीलें, यथा-चिल्का, पुलीकट व कोलेरू मिलती हैं जो मानवीय कार्यों की शरण स्थली हैं।
- तटीय मैदानी प्रदेशों में प्रवाहित होने वाली नदियाँ उपजाऊ भाग का निर्माण करती हैं।
- इन तटीय मैदानों के किनारे अनेक पर्यटन स्थल व धार्मिक केन्द्र स्थित हैं।
- प्राचीन कालीन देशी एवं विदेशी संस्कृति का स्वरूप वर्तमान में भी इन मैदानी भागों में दृष्टिगत होता है।
- ये समुद्र तटीय मैदान विविध प्रकार के खनिजों यथा मोनोजाइट, यूरेनियम वे प्राकृतिक खनिज तेल के भंडार गृह हैं।
- भारत में इन तटीय क्षेत्रों के सहारे ही सर्वाधिक मत्स्य पालन की प्रक्रिया सम्पन्न होती है।
- सागरीय क्षेत्रों से विविध प्रकार के पदार्थों यथा-मोती व मूंगा की प्राप्ति होती है।
- तटीय क्षेत्रों के कारण ही प्रचुर मात्रा में केला, नारियल, काजू, सुपारी आदि पैदा किये जाते हैं।
- समुद्रतटीय भाग चावल, गन्ना, रबर, गरम मसालों, चाय, कहवा के उत्पादन में भी प्रमुख स्थान रखते हैं।
We hope the given RBSE Solutions for Class 9 Social Science Chapter 12 भारत का भौतिक स्वरूप will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE Class 9 Social Science Chapter 12 भारत का भौतिक स्वरूप, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.