RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार

RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार are part of RBSE Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार.

Board RBSE
Textbook SIERT, Rajasthan
Class Class 6
Subject Hindi
Chapter Hindi व्याकरण
Chapter Name वाक्य-विचार
Number of Questions Solved 6
Category RBSE Solutions

Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार

हम अपने विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए जो कुछ बोलते हैं, वही वाक्य कहलाते हैं। वाक्य एक पद का भी हो सकता है और अनेक पदों का भी हो सकता है। वाक्य के निम्नलिखित छः अनिवार्य तत्व होते हैं –

1. सार्थकता  वाक्य के लिए शब्दों का सार्थक होना अनिवार्य शर्त है।
2. योग्यता – वाक्य में प्रयुक्त शब्द प्रसंग के अनुसार अर्थ देते हों। जैसे-राम रोटी ‘पीता’ है। यहाँ ‘रोटी’ के साथ ‘पीता’ शब्द प्रसंगानुसार नहीं है।
3. आकांक्षा – वाक्य का पूर्ण अर्थ निकलता हो, प्रतिप्रश्न की सम्भावना नहीं रहनी चाहिए। जैसे – ईमानदार है। यहाँ प्रतिप्रश्न उठता है कि कौन ईमानदार है? अतः “ईमानदार है” शब्द-समूह है, वाक्य नहीं है।
4. आसक्ति या निकटता – वाक्य में प्रयुक्त शब्दों में निकटता होना अनिवार्य है।
“राम….पुस्तक….. पढ़…….रहा……है ।” शब्द दूर-दूर होने से अर्थ में गतिरोध आता है, अत: यह वाक्य नहीं हैं। इसे पास-पास होना चाहिए। जैसे- राम पुस्तक पढ़ रहा है।
5. पदक्रम – वाक्य में प्रयुक्त शब्दों का सही क्रम होना भी आवश्यक है। इसके अभाव में शब्द-समूह वाक्य नहीं कहा जा सकता है। जैसे – ‘करते उत्थान परिश्रम वाले हैं करने का देश’ यह शब्द-समूह तभी वाक्य कहा जाएगी, जब इसका पदक्रम-‘परिश्रम करने वाले देश का उत्थान करते हैं’ होगा।
6. अन्विति – वाक्य में प्रयुक्त क्रिया के साथ लिंग, वचन, कारक, पुरुष, काल आदि का सामंजस्य होना आवश्यक है।
रचना की दृष्टि से वाक्य तीन प्रकार के होते हैं-

  1. सरल या साधारण वाक्य
  2. मिश्र या मिश्रित वाक्य
  3. संयुक्त वाक्य

परीक्षोपयोगी महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
वाक्य किसे कहते हैं? परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
शब्दों का ऐसा समूह, जिसका कुछ अर्थ हो, वाक्य कहलाता है।

प्रश्न 2.
वाक्य के अवयवों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
वाक्य के दो अवयव होते हैं–

  1. उद्देश्य
  2. विधेय

1. उद्देश्य – जिस वस्तु के बारे में कुछ कहा जाता है, उसे सूचित करने वाला शब्द ‘उद्देश्य’ कहलाता है। जैसे-राम जाता है। यहाँ राम उद्देश्य है।
2. विषेय – उद्देश्य के सम्बन्ध में जो कुछ कहा जाता है, वह ‘विधेय’ कहलाती है। ‘राम जाता है।’ वाक्य में ‘जाता है’ विधेय है।

प्रश्न 3.
साधारण वाक्य किसे कहते हैं? उदाहरण देको स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जिस वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय हो, अर्थात् एक ही मुख्य क्रिया हो, उसे सरल या साधारण वाक्य कहते हैं। जैसे – राम पुस्तक पढ़ता है। एक उद्देश्य – ‘राम’ तथा एक विधेय – पुस्तक पढ़ता है।

प्रश्न 4.
मिश्र वाक्य किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य तथा एक या अधिक आश्रित उपवाक्य हों, उसे मिश्र या मिश्रित वाक्य कहते हैं। मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय वाला वाक्य प्रधान उपवाक्य होता है। शेष उपवाक्य आश्रित उपवाक्य होते हैं।

प्रश्न 5.
संयुक्त वाक्य की संरचना को लिखिए।
उत्तर:
संयुक्त वाक्य में एक प्रधान वाक्य और एक या एक से अधिक समानाधिकरण प्रधान उपवाक्य होते हैं। (दोनों मिश्र वाक्य भी हो सकते हैं)। संयुक्त वाक्यों में प्रधान उपवाक्य और समानाधिकरण उपवाक्यों को जोड़ने के लिए-और, किंतु, परंतु, एवं, तथा, या, अथवा आदि सम्बन्धबोधक अव्ययों का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 6.
नीचे लिखे वाक्यों में से ‘उद्देश्य’ एवं ‘विधेय’ छाँटकर लिखिए-
उत्तर :

वाक्य उद्देश्य विधेय
(1) राजू पुस्तक पढ़ता है। राजू पुस्तक पढ़ता है।
(2) गाय घास खा रही है। गाय घास खा रही है।
(3) हमारे मित्र का तोता आम खाता है। हमारे मित्र का तोता आम खाता है।
(4) गोपाल रो रहा है। गोपाल रो रहा है।

We hope the RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण वाक्य-विचार, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.